फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर निर्णय, शुल्क घटनाक्रमों से तय होगी स्थानीय शेयर बाजार की दिशा
भारतीय शेयर बाजार में इन दिनों काफी उथल-पुथल देखने को मिल रही है. आर्थिक आंकड़ों की घोषणा के बीच फरवरी के लिए थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े सोमवार को आएंगे.

नई दिल्ली: अमेरिकी केंद्रीय बैंक के ब्याज दर पर निर्णय, वैश्विक रुझान, शुल्क से संबंधित घटनाक्रम और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की गतिविधियां इस सप्ताह स्थानीय शेयर बाजार की दिशा तय करेंगी. विश्लेषकों ने यह राय जताई है. आर्थिक आंकड़ों की घोषणा के बीच फरवरी के लिए थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े सोमवार को आएंगे.
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘वैश्विक व्यापार को लेकर लगातार अनिश्चितताएं और अमेरिका में मंदी की आशंका स्थानीय बाजार की रफ्तार को प्रभावित कर रही है. यह रुख जारी रहेगा.’
विनोद नायर ने कहा, ‘हालांकि, हालिया ‘करेक्शन’ के बाद मूल्यांकन में कमी, साथ ही कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट, डॉलर सूचकांक में नरमी और आने वाली तिमाहियों में घरेलू कंपनियों की आमदनी में उछाल की उम्मीद जैसे कारक बाजार के उतार-चढ़ाव पर कुछ अंकुश लगा सकते हैं.
हालांकि, मौजूदा व्यापार को लेकर अनिश्चितताएं बरकरार हैं. इस सप्ताह चीन के खुदरा बिक्री और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े वहां की आर्थिक वृद्धि दर को लेकर स्पष्ट तस्वीर पेश करेंगे. उन्होंने कहा कि इसके अलावा निवेशकों की निगाह अमेरिकी के खुदरा बिक्री और उत्पादन के आंकड़ों पर भी रहेगी.